श्री कृष्ण जन्माष्टमी के प्रसाद में बनाई जाने वाली स्पेशल मिठाई। Janmashtmi Recipes । श्री कृष्ण जन्माष्टमी | कृष्ण जन्मोत्सव
krishna janmashtami recipes : श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मानने वाला त्यौहार है अबकी बार जन्माष्टमी 19 अगस्त दिन शुक्रवार की पड़ रही है। जन्माष्टमी श्री कृष्ण भगवान के जन्मोस्तव में मनाई जाती है। इस दिन सभी के घर मिठाई बनती है और उस मिठाई से श्री कृष्ण भगवान को भोग लगाया जाता है। तो मेने सोचा जन्माष्टमी का मौका है, भगवान श्रीकृष्ण का बर्थडे है तो जाहिर सी बात है मिठाई तो हर घर में बनेगी। भगवान कृष्ण को मक्खन-मलाई, दूध से बनी सभी चीजें बेहद प्रिय हैं ये बात तो सभी जानते हैं। ऐसे में अगर आप भी इस बात को लेकर कन्फ्यूजन में हैं कि कृष्ण जन्मोत्सव के दिन आपको भगवान कृष्ण के लिए भोग में क्या-क्या बनाना चाहिए तो मै आपको बता रही हूँ। जिससे से आपका सारा तनाव ही दूर हो जाना है। उन पारंपरिक भोजन के बारे में जिन्हें आप न सिर्फ कृष्णजी के लिए बना सकते हैं। साथ ही अगर उस दिन आपका व्रत हो तो आप भी इन चीजों को खा सकते हैं। और श्रीकृष्ण भगवान के जन्मोस्तव को अच्छे से मना सकते है।
तो आज में आपको कुछ मिठाई के बारे में बता रही हूँ जो की आसानी से आप अपने घर पर ही पूरी शुद्धता से भगवान जी के लिए भोग बना सकती है और खुद भी मिठाई का आंनद ले सकते है।
तो आज में आपको इस ब्लॉग में माध्यम से आपको जन्माष्टमी के लिए कुछ मिठाई बनाना बताती हूँ जैसे :
Table of Contents
- krishna janmashtami recipes : नारियल की बर्फी बनाने के लिए कुछ आवश्यक सामग्री:
- नारियल की बर्फी बनाने की विधि :
- krishna janmashtami recipes : पंचमेवा मावा पाग बनाने के लिए आवश्यक सामग्री :
- पंचमेवा मावा पाग बनाने को बनाने की विधि :
- नोट :
- लच्छेदार खुरचन वाली रबड़ी के लिए आवश्यक सामग्री:
- लच्छेदार खुरचन वाली रबड़ी बनाने की विधि :
- नोट :
नारियल की बर्फी

नारियल की बर्फी अनेकों प्रकार से बनाई जाती है। ये बर्फी बहुत ही स्वादिष्ट होती है। किसी भी त्यौहार पर आप इस मिठाई को बना कर घर की मिठाई का आनन्द ले सकते हैं और इसे 15 दिन तक फ्रिज में रख कर आप खा सकते हैं। जो में आज आपको नारियल की बर्फी बनाना बताऊगी ये बहुत ही आसान है और इसे बनाने में बहुत ज्यादा समय भी नहीं लगता है तो बिना देरी करे। नारियल की बर्फी बनाना सीखते है।
krishna janmashtami recipes : नारियल की बर्फी बनाने के लिए कुछ आवश्यक सामग्री:
100 ग्राम पका हुये नारियल का चूरा
200 ग्राम मावा
200 ग्राम चीनी पाउडर
5-6 इलाइची (छील कर पीस लें)
15-20 पिस्ते( बारीक काट कर ले )
नारियल की बर्फी बनाने की विधि :
- नारियल को आप मिक्सी या कद्दूकस से बारीक चूरा बना लीजिये या तैयार नारियल बुरादा बाजार से ले लीजिये।
- मावा को अच्छी तरह भून लीजिये ध्यान रहे मावा को गुलाबी रंग आने तक भूनें बर्फी ज्यादा स्वादिष्ट बनेगी और ज्यादा दिन तक चलेगी।
- अगर आप दाने दार चीनी ले रहे हैं तब आप चीनी की चाशनी बना लीजिये। चाशनी के लिये कढ़ाई मे 100 ग्राम पानी और चीनी मिलाकर चाशनी बनने के लिये गैस पर रखें। चमचे से चला कर मिला दें और 3 तार की चाशनी बना लें। गैस बन्द कर दीजिये
- चाशनी में नारियल का चूरा डाल कर अच्छी तरह मिला दीजिये। अब ठंडा किया हुआ मावा और इलाइची पाउडर डालिये और अच्छी तरह मिला दीजिये। ध्यान रहे सभी चीज़ो को अच्छे से मिला लेना है।
- एक थाली या ट्रे ले और उसमे थोड़ा सा घी लगा कर चिकना कीजिये। जो हमने नारियल की बर्फी का मिश्रण तैयार किया था। वह थाली में डाल कर चारों ओर एक सा फैला दीजिये और उसके ऊपर कटे हुये पिस्ते डाल कर कलछी की मदद से दबा दें। बर्फी को ठंडा होने के लिये रख दीजिये।
- जब बर्फी ठंडी हो जाये तो उसे आप बर्फी के आकार में छोटे छोटे टुकड़े में काट ले।
- अब नारियल की बर्फी तैयार है। नारियल की बर्फी अब आप खा सकते हैं, बची हुई बर्फी को आप डिब्बे में रख कर फ्रिज में रख लीजिये और 12 दिन तक रोजाना खाइये।
पंचमेवा मावा पाग

पंचमेवा मावा पाग को जन्माष्टमी के उत्सव पर मुख्य रुप से बनाया जाता है। आप भी इस जन्माष्टमी इस पंचमेवा मावा पाग को बनाएं और लड्डू गोपाल को इसका भोग लगाएं। और खुद भी व्रत में जरूर खाये।
krishna janmashtami recipes : पंचमेवा मावा पाग बनाने के लिए आवश्यक सामग्री :
400 ग्राम चीनी पाउडर
500 ग्राम मावा
25 ग्राम मखाना
1 कप खरबूजे के बीज
100 ग्राम सुखा नारियल (100 ग्राम कद्दूकस किया हुआ)
75 ग्राम बादाम
50 ग्राम गोंद
100 ग्राम घी
पंचमेवा मावा पाग बनाने को बनाने की विधि :
- पैन को गैस पर रखें और पैन में खरबूजे के बीज डाल कर लगातार चलाते हुए तब तक भून लीजिए, जब तक वो हल्के से फूल न जाएं। इनमे से चटपट की आवाज आने लगे और यह हल्की सी खुश्बू आने लगे तो हमारे बीज भून कर तैयार हैं। खरबूजे के बीज को हल्की आंच पर ही भूनना है। बीजों के भून जाने पर इन्हें प्लेट में निकाल लीजिए।
- अब पैन में कद्दूकस किया हुआ नारियल डाल कर इसे भी लगातार चलाते हुए हल्का सा कलर चेंज होने तक और खुश्बू आने तक मीडियम आंच पर सेक लीजिए। जब नारियल भून कर तैयार हो जाये तो इसे भी प्लेट में निकाल लीजिए।
- गोंद तलने के लिए पैन में घी डाल कर हल्का सा गरम कीजिए। गोंद को मीडियम गरम या तेज गरम घी में डाल दिया जाए, तो गोंद अंदर से कच्चा या सख्त रह जाता है। इसलिए बिल्कुल हल्के गरम घी में और धीमी मीडियम आंच पर लगातार चलाते हुए भून लीजिए। गोंद के हल्का सा कलर चेंज होने और फूल जाने पर गोंद को एक प्लेट में निकाल लीजिए।
- अब बचे हुए घी में बादाम डालकर गोल्डन ब्राउन होने तक लगातार चलाते हुए भून लीजिए। जब बादाम भून कर तैयार हो जाये तो इन्हें प्लेट में निकाल लीजिए।
- अब और जो बचा घी है उसमे मखाने डालकर थोड़ा हिलाते हुए अच्छे गोल्डन ब्राउन कर लीजिए। मखाने को सिकने में थोड़ा टाइम लग जाता है। तले हुए मखानों को प्लेट में निकाल लीजिए। अब आपके सारे ड्राय फ्रूट भून कर तैयार हैं।
- भूने हुई गोंद को मिक्सी या एमंजसते में डाल कर छोटा छोटा सा दरदरा कूट कर प्लेट में निकाल लीजिए। इसके बाद सभी ड्राई फ्रूट मिक्सी में डालकर दरदरा पीस ले।
- अब पैन को गैस पर रखें और इसमें मावा डाल कर मीडियम आंच पर लगातार चलाते हुए हल्का सा कलर चेंज होने तक भून लीजिए।
- अब इस मावा में चीनी का पोडर डाल कर मिक्स कीजिए। मावा और चीनी के अच्छे से मिक्स हो जाने के बाद 2 से 3 मिनट तक इसे पकाएं। इसके बाद इसमें ड्राय फ्रूट डाल कर अच्छे से मिक्स कीजिए।
- मिश्रण को धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए 4 से 5 मिनट तक जमने वाली कंसीस्टेंसी तक पका लीजिए। मिश्रण को चैक करने के लिए इसमें से थोड़ा सा मिश्रण प्याली में निकाल लीजिए और हल्का सा ठंडा होने पर अगर यह जम रहा है तो हमारा मिश्रण बन कर तैयार है।
- अब एक प्लेट लीजिए उसे घी लगाकर चिकना कीजिए और इस प्लेट में मिश्रण डाल कर फैला दे और जमने के लिए रख दे। कुछ टाइम बाद मिश्रण हल्का सा जम गया है और अब आप इस पर चाकू की सहायता से चौकोर निशान बना ले। उसके बाद इसको आसानी से काट सकते है।
- अब हमारा पंचमेवा मावा पाग तैयार है। पंचमेवा मावा पाग को आप 6 से 7 दिन फ्रिज में रख कर भी खा सकते है।
नोट :
- सभी ड्राय फ्रूट को अच्छे से करारे भून कर तैयार करें।
- मावा का हल्का सा कलर चेंज हो और घी अलग होने लगे तब मावा भून कर तैयार है।
- ड्राय फ्रूट आप अपनी पसंद अनुसर ले सकते हैं। जो ड्राय फ्रूट आपको पसंद नही हो उसे हटा सकते हैं, ड्राय फ्रूट को कम ज्यादा जैसा उपयोग करना चाहें कर सकते हैं।
krishna janmashtami recipes : लच्छेदार खुरचन वाली रबड़ी

लच्छेदार खुरचन वाली रबड़ी बहुत ही कम सामग्री से तैयार हो जाती है। इसे आप किसी भी सुबह अवसर पर घर पर ही बना सकते है। जैसा की अब जन्माष्टमी आ रही है। जन्माष्टमी पर लोग कुछ न कुछ मिठाई के रूप में घर पर ही बनाना पंसद करते है। तो में आपको आज लच्छेदार खुरचन वाली रबड़ी बनाना बताती हूँ।
लच्छेदार खुरचन वाली रबड़ी के लिए आवश्यक सामग्री:
1.5 लीटर फुल क्रीम दूध
10 से 12 पिस्ते (बारीकी कटे हुए सजाने के लिए )
4 से 5 बादाम (बारीकी कटे हुए सजाने के लिए )
1/2 छोटी चम्मच इलाइची पाउडर
2.5 टेबल स्पून चीनी
लच्छेदार खुरचन वाली रबड़ी बनाने की विधि :
- कढ़ाही में दूध लेकर इसे उबाल आने तक गरम कीजिए। दूध को प्रत्येक 2 मिनट में चमचे को कढ़ाही के तले तक ले जाते हुए चलाते रहिए ताकि दूध कढ़ाही के तले पर ना लगे।
- दूध में उबाल आने के बाद, दूध को तेज आंच पर चलाते हुए। 1 लीटर रह जाने तक गाढ़ा होने दीजिए। यदि दूध उफनने लगे, तो तुरंत गैस कम कर दीजिए और फिर, तेज कर दीजिए। दूध को गाढ़ा करते समय प्रत्येक 2 से 3 मिनट में दूध को चमचे से चलाते रहिए।
- इसी बीच, पिस्तों और बादाम कोबारीक काटकर तैयार कर लीजिए। इस दौरान दूध पर भी पूरी नजर बनाएं रखे कि दूध उफने भी न और तले पर भी नही लगे।
- दूध के गाढ़ा होते ही, आंच मध्यम कर दीजिए और दूध के ऊपर जो मलाई आ रही हो, उसे किनारे पर लगा दीजिए। इसे नीचे से भी कभी-कभी चमचे से चला लीजिए और जैसे-जैसे दूध पर मलाई आती जाए, वैसे-वैसे मलाई किनारे पर लगाते जाइए। कढ़ाही में सिर्फ 250 मिली दूध बचना चाहिए। तब तक, यही प्रक्रिया दोहराते रहिए। दूध पर मलाई की परत पड़ते ही मलाई को कढ़ाही के किनारे चिपका दीजिए। यही आपको बार बार करना है जब तक दूध बहुत थोड़ा सा नहीं रह जाता है।
- कढ़ाही में जब करीब 250 से 200 मिली गाढ़ा दूध बचे, तब इसमें इलाइच़ी पाउडर डालकर मिला दे। साथ ही चीनी भी डाल दे और चीनी के घुलने तक इसे पकने दे। चीनी के दूध में घुलते ही गैस बंद कर दे और रबड़ी को थोड़ा ठंडा होने दे।
- रबड़ी के ठंडा होने के बाद, कढ़ाही से मलाई वाले लच्छों को खुरचकर गाढ़े दूध में मिक्स कर दे। सारे मलाई के लच्छों के दूध में मिक्स होते ही रबड़ी तैयार है। इसे प्याले में निकाल ले। अब आप की लच्छेदार खुरचन वाली रबड़ी तैयार है।
- अब लच्छेदार रबड़ी को कटे हुए पिस्ते और बादाम से गार्निश करके सर्व कीजिए और इसके लच्छे के फीके और मिठास से भरे गाढ़े दूध के मिले जुले स्वाद का आनंद ले।
नोट :
- दूध को चलाते समय पूरा ध्यान रखें कि चमचे को कढ़ाही के तले पर ले जाते हुए चलाएं। दूध बिल्कुल भी कढ़ाही के तले पर लगना नही चाहिए।
- मलाई की परत पड़ने के लिए दूध को नीचे से गरम होना चाहिए और ऊपर से कम गरम। इसलिए आग को मध्यम रखे।
- वैसे तो रबड़ी में मेवे नही डाले जाते। पर आप चाहे, तो इसमें मेवे जैसे कि बादाम, पिस्ते डाल सकते हैं।
- बुजुर्गों या बच्चों के लिए रबड़ी में मेवे ना डालें। मेवे के बिना भी रबड़ी बहुत अच्छी लगती है क्योंकि इसमें पड़ने वाली मलाई के जो लच्छे बन जाते हैं उनका अपना एक अलग ही स्वाद होता है।
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